मगर प्रेम में अर्पित आवारा सा नैन स्पर्श की ताक में हूँ।। मगर प्रेम में अर्पित आवारा सा नैन स्पर्श की ताक में हूँ।।
आज लिखते लिखते लिख गया हज़ार कविता अतिसंवेदनशील में। आज लिखते लिखते लिख गया हज़ार कविता अतिसंवेदनशील में।
निर्मल काया मन पावन सी वो "स्वाति" सरल कहलाये। निर्मल काया मन पावन सी वो "स्वाति" सरल कहलाये।
चंदन-मूरत गुड़िया सलोनी कमल सी कोमल परियों की रानी झूलती बाहों में कली मुस्काती माथे डिठौना ... चंदन-मूरत गुड़िया सलोनी कमल सी कोमल परियों की रानी झूलती बाहों में कली मुस्...
क्योंकि तेरी एक बूँद आँख का पानी हूँ मैं। क्योंकि तेरी एक बूँद आँख का पानी हूँ मैं।
कविता में मेरे तुम वीणा की झनकार कर दो। कविता में मेरे तुम वीणा की झनकार कर दो।